Sunday, May 13, 2012



नौटंकी स्टेज के पीछे - 'सिन्गारखोली' ( Changing Room ) का भीतरी दृश्य ....

जिस समय तस्वीर खेंची गई थी उसके थोड़ी देर पहले ही पीली साड़ी पहने लौन्डे ने स्टेज पर पार्ट खेलने के दौरान डाकू के सामने कबीर का दोहा पढ़ा था - कांकर पाथर जोरि के महजिद ली चुनाय....तापर चढ़ि के मुल्ला चिल्लाय का बहरा हुआ खुदाय......


3 comments:

  1. इस ब्लॉग को तो भूल ही गया था।

    एक ऐसी पोस्ट हो जहाँ सिर्फ तश्वीरें हों, शब्द न हों। तश्वीरें स्वयम् अभिव्यक्त होकर एक कहानी कह रही हों।

    ReplyDelete