Thoughts of a Lens
Photography Blog of Satish Pancham.
Monday, February 13, 2012
'छन' भर भेंट
'छन' (क्षण) भर भेंट
कुछ दवाई-दरपन
कुछ हारी-बीमारी
बिटिया की बिदाई
कुछ चूड़ी पहनवाई
कुछ रगरा-झगरा
कुछ मरद के कमाई
तनिक सासु क बुराई
तनिक ननद क लगाई
छन भर क भेंट सखी
अउर केतना बताईं
- सतीश पंचम
1 comment:
देवेन्द्र पाण्डेय
June 10, 2012 at 7:08 PM
बहुत बढ़िया। गज़ब!
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
बहुत बढ़िया। गज़ब!
ReplyDelete