रहिमन निज संपत्ति बिना, कोउ न बिपति सहाय । बिनु पानी ज्यों जलज को, नहिं रवि सकै बचाय ।। |
कमल अपने पास स्थित जल से सिंचित होकर खिलता है तो सूर्य उसे विकसित करता है, बड़ा करता है। किंतु, यदि पानी ही सूख जाय तो सूर्य सहायता करना भी चाहे तो भी कमल की सहायता नहीं कर पाता।
Image detail : तालाब में खिलने को तैयार जलज, मुंबई के भायखला इलाके में स्थित एक चिड़ियाघर के हैं।
yeh...pancham da'.....feelings is rapchik-cha-tapchik.......
ReplyDeletejai ho.
एक बढ़िया वालपेपर हाथ लगा!
ReplyDeleteनयनाभिराम चित्र दिखाते हुए क्या मार्के की बात कह दी...वाह...
ReplyDeleteबहुत बढ़िया लगा यहाँ आकार...चित्र को शब्दों के साथ परोसकर स्वाद बढ़ा दिया आपने !
ReplyDeleteमनभावन!
ReplyDeleteफोटो तो जलज का सुन्दर है ही नीचे लिखी बात कमाल की है.एक खूबसूरत किन्तु कड़वा सच!
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