Monday, June 27, 2011
Tuesday, June 14, 2011
Wednesday, June 8, 2011
ये बेफिक्री का आलम.......
इनकी बेफिक्री देख, इनके फुरसत वाले क्षणों को देख थोड़ा सा कौतुहल हुआ। संभवत: इनके कम्पेरिज़न में ही मुंबई की भागदौड़ के बारे में कहा गया होगा - यहाँ तो 'मरने तक की' फुरसत नहीं है।
और इन्हें देखो.......फुरसत ही फुरसत :)
- सतीश पंचम
Saturday, June 4, 2011
'हसरती बैनर' और 'शुभ-फ़हमी'
India Against Corruption? Huh..... Who Cares ? First, Take a शुभकामना मेरे दोस्त :) |
अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के वक्त जगह जगह ढेर सारे बैनर बड़ी हसरतों से लगाये गये थे.....India Against Corruption, Second Freedom struggle, India Awakened....bla bla bla.
दिन बीते और उन बैनरों पर फिर से लद गये वही पुराने कोफ्त बढ़ाते हार्दिक शुभकामना वाले संदेसे।
बाबा रामदेव को लेकर दिग्विजय सिंह ऐसे ही हवा में नहीं बोल रहे हैं फूँ...फाँ.... । उस शख्स को पता है कि चाहे बाबा रामदेव हों या अन्ना हजारे...... दो चार महीनों में ही सभी की परिणति इस India Against corruption वाले 'हसरती बैनर' सरीखी होनी है..... नेता जमात पहले की तरह ही पुराने वाले बैनरों के उपर ही अपने को स्थापित करेंगे...... 'हार्दिक शुभ-कामनाएँ' निर्बाध रूप से बांटते रहेंगे और जनता ऐंवे ही करप्शन मिटने की 'शुभ-फ़हमी' पाले रहेगी।
- सतीश पंचम
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