बारिश में सिंके भुट्टों का आनंद लेना अच्छा लगता है लेकिन यही बरसात गाँव की कच्ची सड़कों पर चलने वाली गाड़ियों के लिये मुश्किल खड़ी कर देती है, उन्हें जब तब कीच-काच में फंसा देती है। दूसरी ओर लगन का Season भी बारिश में नहीं होता जिससे कि शादी ब्याह के मौसम में किराये पर दी जाने वाली कारें जिनमें बैठ दुल्हा दुल्हन लाये ले जाये जाते हैं वह भी नहीं हो पाता।
नतीजतन वैवाहिक प्रयोजन और ऐसे तमाम कार्यों के लिये इस्तेमाल में लाई जा रही गाड़ियां बरसात भर खड़ी कर दी जाती हैं.....मौसमी ठहराव के लिये।
ऐसी ही एक सुबह गाँव में घूमते समय एक घर से ली गई तस्वीर।
- सतीश पंचम
दुर्लभ फ़ोटो! :)
ReplyDeleteएक चित्र में कितने रंग बिखरे पड़े हैं...देखने को कितनी छुपी कहानियां...भारत एक खोज जैसा कुछ.
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