Photography Blog of Satish Pancham.
भाई जी मन हरिया दिया यह चित्र दिखाकर...मन गाँव की गली में ऐसे ही किसी बुढवा पेड़ के पास पहुँच गया...लेकिन यह भी है कि आज उन्ही गलियों में बुढवा पेड़ की न तो वह पहले वाली इज्ज़त रही न जरूरत...बड़े आराम से लोग इसे काट राह बना लिया करते हैं..
भाई जी मन हरिया दिया यह चित्र दिखाकर...
ReplyDeleteमन गाँव की गली में ऐसे ही किसी बुढवा पेड़ के पास पहुँच गया...
लेकिन यह भी है कि आज उन्ही गलियों में बुढवा पेड़ की न तो वह पहले वाली इज्ज़त रही न जरूरत...
बड़े आराम से लोग इसे काट राह बना लिया करते हैं..